इसी तरह और मंत्रालयों / विभागों के अस्पष्ट उत्तर प्राप्त हुए हैं.
2.
अस्पष्ट उत्तर ; किसी बात का सीधा जवाब न देना ; घुमा-फिराकर कही गई (बात) ।
3.
समकालीन कवियों से यदि यह प्रश्न किया जाए और पूछ लिया जाए कि क्या यह सचमुच होती है तो वे इसका अस्पष्ट उत्तर ही देंगे.
4.
उपरोक्त प्रश्न के समाधान हेतु अगर ध्यान पूर्वक, वर्तमान विज्ञान के दृष्टिकोंण से विचार किया जाए तो, समाधान के रूप में एक ही निष्कर्ष स्पष्ट होगा कि, इस प्रश्न का स्पष्ट उत्तर वर्तमान विज्ञान के पास उपलब्ध है ही नहीं और जो अस्पष्ट उत्तर हैं भी, वो भी उत्तरों के जाल में ऐसे उलझे हुए और दिशाहीन हैं कि, उनको व्यक्तिगत आधार पर समझना या किसी को भी व्यक्तिगत आधार पर समझाना, किसी भी प्रतिभाशाली से प्रतिभाशाली वैज्ञानिक के वश का नहीं।
5.
उपरोक्त प्रश्न के समाधान हेतु अगर ध्यान पूर्वक, वर्तमान विज्ञान के दृष्टिकोंण से विचार किया जाए तो, समाधान के रूप में एक ही निष्कर्ष स्पष्ट होगा कि, इस प्रश्न का स्पष्ट उत्तर वर्तमान विज्ञान के पास उपलब्ध है ही नहीं और जो अस्पष्ट उत्तर हैं भी, वो भी उत्तरों के जाल में ऐसे उलझे हुए और दिशाहीन हैं कि, उनको व्यक्तिगत आधार पर समझना या किसी को भी व्यक्तिगत आधार पर समझाना, किसी भी प्रतिभाशाली से प्रतिभाशाली वैज्ञानिक के वश का नहीं।
6.
उपरोक्त प्रश्न के समाधान हेतु अगर ध्यान पूर्वक, वर्तमान विज्ञान के दृष्टिकोंण से विचार किया जाए तो, समाधान के रूप में एक ही निष्कर्ष स्पष्ट होगा कि, इस प्रश्न का स्पष्ट उत्तर वर्तमान विज्ञान के पास उपलब्ध है ही नहीं और जो अस्पष्ट उत्तर हैं भी, वो भी उत्तरों के जाल में ऐसे उलझे हुए और दिशाहीन हैं कि, उनको व्यक्तिगत आधार पर समझना या किसी को भी व्यक्तिगत आधार पर समझाना, किसी भी प्रतिभाशाली से प्रतिभाशाली वैज्ञानिक के वश का नहीं।